के छेदन बिन्दु के संगत कोण के द्वारा तम-प्रमापक-संख्या किंवा ' सांकेत' का मापन होता है।
2.
(1) दोनो त्रिभुजो के संगत कोण समान हो | (2) उनकी भुजाएं समानुपाती हो ।
3.
यदि दो त्रिभुजों की तीनों भुजायें एवं संगत कोण समान हों तो वे परस्पर सर्वांगसम होते हैं।
4.
यदि दो त्रिभुजों की तीनों भुजायें एवं संगत कोण समान हों तो वे परस्पर सर्वांगसम होते हैं।
5.
उपर्युक्त अंशाकित वृत्तात्मक पैमाने पर वार्णिकवृत्त (spectral ring) के छेदन बिन्दु के संगत कोण के द्वारा तम-प्रमापक-संख्या किंवा ‘ सांकेत ' का मापन होता है।
6.
हमें आशा है कि रामायण मेले में, भाषणों द्वारा और वहाँ के वातावरण से जनता को विवेक बुद्धि मिलेगी, और सच को संगत कोण से देखने का मौका मिलेगा ।
7.
हमें आशा है कि रामायण मेले में, भाषणों द्वारा और वहाँ के वातावरण से जनता को विवेक बुद्धि मिलेगी, और सच को संगत कोण से देखने का मौका मिलेगा ।'
8.
हमें आशा है कि रामायण मेले में, भाषणों द्वारा और वहाँ के वातावरण से जनता को विवेक बुद्धि मिलेगी, और सच को संगत कोण से देखने का मौका मिलेगा ।'
9.
हमें आशा है कि रामायण मेले में, भाषणों द्वारा और वहाँ के वातावरण से जनता को विवेक बुद्धि मिलेगी, और सच को संगत कोण से देखने का मौका मिलेगा ।'
10.
का नियम-इस नियम को हम छात्रों को दो त्रिभुजो की आकृतियो को जिनका आकार समान हो को गत्ते पर काट कर डी की सहायता से नाप कर समझा सकते है की इनके संगत कोण आपस मे समान है।